दबदबा, हुकूमत, नशा और दौलत; ये सब किरायेदार हैं, घर बदलते रहते हैं! |
लूट लेते हैं अपने ही वरना गैरों को क्या पता इस दिल की दीवार कमज़ोर कहाँ से है! |
मुखौटे ही अच्छे हैं इस दौर में ग़ालिब; चेहरा दिखाओ तो लोग क्रीम का नाम पूछते हैं! |
इतनी सीमेंट है आजकल शहरों की हवाओ में, कब किसका दिल पत्थर का हो जाये पता ही नहीं चलता! |
बिना किताबों के जो पढाई सीखी जाती है, उसे ज़िन्दगी कहते हैं! |
जो सुख में साथ दे वो रिश्ते होते हैं; जो दुःख में साथ दे वो फ़रिश्ते होते हैं! |
आज का ज्ञान: एन्जॉय का एक भी मौका मत छोड़िये, एन्ज्योग्राफी की ज़रूरत ही नहीं पड़ेगी! |
अंग्रेजी सिर्फ सीखने में मुश्किल है! पीने में बहुत आसान है! और एक बार पी ली फिर बोलने में बहुत आसान है! |
हमें जिन लोगों ने भी इस्तेमाल किया है! कम से कम वो जानते तो हैं कि हम काम के हैं |
आजकल के रिश्ते झूठ बोलने से नहीं, बल्कि सच बोलने से टूट जाते हैं। |