कमाने के सिवा उसे कुछ सूझता ही नहीं; क्योंकि अगर पैसा ना हो तो उसे कोई पूछता ही नहीं! |
मेरी मोहब्बत के दो लफ्ज़ तो पढ़ नही पा रहे हो तुम,. और कहते हो कि ग्रेजुएशन कर रहे हो! |
आज का ज्ञान: ज़्यादा समझदार और मूर्ख में कोई फर्क नहीं होता! ये दोनों किसी की नहीं सुनते! |
समय-समय पर एक दो पोस्ट करते रहिये! उसे ही आपका कोरोना नेगेटिव का सर्टिफिकेट माना जायेगा! |
बात छोटी सी है पर विचारणीय है! मास्क कफ़न से छोटा होता है, पहन लीजिये! |
औरत को जूते की नोक पर रखने की सोच रखने वाला मर्द, जब औरत बाहों में आती है तो उसके पैरों को भी चूमता है! |
वक़्त-वक़्त की बात है बचपन में चिल्लर मांग कर टॉफ़ी कहानी पड़ती थी! अब चिल्लर ना होने की वजह से टॉफ़ी खानी पड़ती है! |
एक बिहारी औरत ने एक हरियाणवी औरत से पूछा, "आप अपने बच्चों की सलामती के लिए 'छठ' नहीं रखते क्या? हरियाणवी: ना हम तो 'लट्ठ' रखते हैं! |
घमंडी और बुद्धिमान में अंतर: घमंडी - सलाह को भी शिकायत समझता है! बुद्धिमान - शिकायत को भी दूर करने की कोशिश करता है! |
शब्दों का खेल है जनाब! कड़वा बोलने वालों मीठा शहद भी नहीं बिकता और मीठा बोलने वालों की कड़वी नीम भी बिक जाती है! |