गड्ढे चाहे सड़क पर हो या फिर गाल पर, कम्बख्त जान का ख़तरा दोनों में ही रहता है! |
यदि मैं एक क्षण खुश रहता हूँ तो इस में मेरे अगले क्षण में भी खुश होने की संभावना बढ़ जाती हैं! |
दौर काग़ज़ी था मगर देर तक खतों में ज़ज़्बात मेहफ़ूज़ रहते थे; आज उम्र भर की यादें भी एक ऊँगली से डिलीट हो जाती हैं! |
पलट कर जवाब देना बेशक गलत है, लेकिन सुनते रहो तो लोग बोलने की हदें भूल जाती हैं! |
टेंशन उतनी ही लेनी चाहिए जितनी में काम हो जाये; इतनी नहीं कि ज़िन्दगी झंडू बाम हो जाये! |
एक बहुत पुरानी कहावत है! बहुत पुरानी है ना इसलिए मुझे भी याद नहीं आ रही! |
सफलता उन्हीं को नसीब होता है, जो कार्य के प्रति समपर्ण का भाव रखते हैं! |
समस्या जिसकी होती है, समाधान भी उसी के पास होता है। |
पहले उलझते थे हर बात पर, अब ख़ामोशी से हार मान लेते हैं; कुछ हादसों ने हमें समझदार बना दिया! |
इंसान बुरा उस वक्त बनता है जब वो खुद को दूसरों से अच्छा मानने लगता है! |