हर दिन अपनी ज़िन्दगी को एक नया ख्वाब तो दो; चाहे पूरा ना हो पर आवाज़ तो दो; एक दिन पूरे हो जायेंगे सारे ख्वाब तुम्हारे; सिर्फ कोशिश करके एक शुरुआत तो दो। सुप्रभात! |
सुबह सुबह ज़िन्दगी की शुरुआत होती है; किसी अपने से हो जाये बात तो वो ख़ास होती है; हँस कर प्यार से अपनों को सुप्रभात बोलो तो; खुशियां अपने आप हमारे साथ होती हैं। सुप्रभात! |
सुबह सुबह एक पैगाम देना है; आपकी सुबह को पहला सलाम देना है; गुज़रे सारे दिन आपके खुशियों में; आपकी सुबह को एक खूबसूरत नाम देना है। सुप्रभात! |
पलकों में कैद कुछ सपने हैं; कुछ बैगाने और कुछ अपने हैं; ना जाने क्या कशिश है इन ख्यालों में; कुछ लोग हमसे दूर होकर भी कितने अपने हैं। शुभ रात्रि! |
सोती हुई आँखों को सलाम हमारा; मीठे सुनहरे सपनो को आदाब हमारा; दिल में रहे प्यार का एहसास सदा ज़िंदा; आज की रात का यही है पैगाम हमारा। शुभ रात्रि! |
जैसे हर सुबह हमारे जीवन का एक नया आरम्भ होता है वैसे ही चलो हम अपने बीते दिनों के सभी ग़म भुला कर आओ एक नयी शुरुआत करें। सुप्रभात! |
ऐ सुबह तुम जब भी आना; सब के लिए बस खुशियां लाना; हर चेहरे पर हँसी सजाना; हर आँगन में फूल खिलाना। सुप्रभात! |
ये सुबह जितनी खूबसूरत है; उतना ही खूबसूरत आपका हर पल हो; जितनी भी खुशियाँ आज आपके पास हैं; उससे भी अधिक आने वाले कल हो। सुप्रभात! |
तेरी आरज़ू में हमने बहारों को देखा; तेरी जुस्तजू में हमने सितारों को देखा; नहीं मिला इससे बढ़कर इन निगाहों को कोई; हमने जिसके लिए सारे जहान को देखा। शुभ रात्रि! |
पानी की बूँदें फूलों को भिगा रही हैं; ठंडी हवायें एक ताज़गी का एहसास दिला रही हैं; हो जाएं आप भी इनमे शामिल; आकर एक प्यारी सी सुबह आपको जगा रही है। सुप्रभात! |