जा चूका है अँधेरा; रौशनी ने दे दिया है पहरा; आपका और मेरा रिश्ता है गहरा; मेरी तरफ से आपको शुभ सवेरा। |
चाँद की चांदनी ने एक पालकी बनाई है; और ये पालकी हमने बड़े प्यार से सजाई है; दुआ है ये हवा तुझसे, जरा धीरे चलना; मेरे यारों को बड़ी प्यारी नींद आई है। शुभ रात्रि! |
तुम्हारी इस अदा का क्या जवाब दूँ; अपने दोस्त को क्या उपहार दूँ; कोई अच्छा सा फूल होता तो माली से मंगवाते; जो खुद गुलाब है उसको क्या गुलाब दूँ। जन्म दिन मुबारक! |
ज़िंदगी किसी के लिए नहीं रूकती, बस जीने की वजह बदल जाती है। सुप्रभात! |
अभी तो रात बाकी है, मेरे दिल की बात बाकी है; जो मेरे दिल में छुपा है, वो जज़्बात बाकी है; जल्दी से सो जाना दोस्त, आप की नींद बाकी है; सुबह मिलते हैं, कल की शुरुआत बाकी है। शुभ रात्रि! |
आप सभी सदा हँसते रहो; हसना ज़िंदगी की जरूरत है; आने वाले सप्ताह का स्वागत करो कुछ इस तरह मुस्कुराते हुए; कि तुम को खुश देखकर सब कहें, वाह ज़िंदगी कितनी खूबसूरत है। |
ये भी एक दुआ है खुदा से; किसी का दिल ना दुखे मेरी वजह से; ऐ खुदा कर दे कुछ ऐसी इनायत मुझ पर, कि खुशियाँ ही खुशियाँ मिलें सबको मेरी वजह से। सुप्रभात! |
चांदनी बिखर गई है सारी; रब से है ये दुआ हमारी; जितनी प्यारी है तारों की यारी; आपकी नींद भी हो उतनी ही प्यारी। शुभ रात्रि! |
जब भी तेरी दीद का इम्कान रहेगा; दिल और परेशान रहेगा; चलो दूर रह कर ख़्वाबों में मिलते हैं; मिलने का यही रास्ता आसान रहेगा। शुभ रात्रि! |
ख़ुशी से बीते हर दिन, हर सुहानी रात हो; जिस तरफ आपके कदम पड़ें, वहाँ फूलों की बरसात हो! जन्म दिन मुबारक! |