नई उम्मीदों से सुबह की बात करते हैं; हाथ से हाथ मिलाने की बात करते हैं; आशाओं तम्मनाओं का नाम ही है जीना; कुछ ऐसे ही जीने की बात करते हैं। सुप्रभात! |
रब ना करे कभी तुम्हें खुशियों की कमी हो; तुम्हारे क़दमों के नीचे फूलों की ज़मीन हो; आँसू ना हो तुम्हारी आँखों में कभी; अगर हो तो वो खुशियों की नमी हो। सालगिरह मुबारक! |
अपनों के प्यार में, दोस्तों की याद में; सलामत रहे ये ज़िंदगी हमारी; क़यामत हो ना हो; याद रहे सदा आप को हमारी। शुभ रात्रि! |
ख़ुशी से दिल को आबाद करना; ग़म को दिल से आज़ाद करना; बस इतनी गुज़ारिश है आपसे कि; हो सके तो सप्ताह में एक बार याद जरुर करना। |
सुबह के फूल खिल गए; पंछी अपने सफ़र पर उड़ गए; सूरज आते ही तारे छुप गए; लगता है आप भी अपनी मीठी नींद से उठ गए। सुप्रभात! |
आ तेरी उम्र मैं लिख दूँ चाँद सितारों से; तेरा जन्म दिन मैं मनाऊं फूलों से, बहारों से; हर एक खूबसूरती दुनियां से मैं ले आऊं; सजाऊं यह महफ़िल मैं हर हसीन नज़ारों से। जन्म दिन मुबारक हो! |
दुनियां की भीड़ में मेले ही मेले हैं, दिखते साथ है, पर सब अकेले हैं। शुभ रात्रि! |
सूरज की किरण रौशनी लाती है; उठते ही आपकी याद आती है; हम तो जाग गए आपकी यादों की दस्तक से; अब देखना है आपको हमारी याद कब आती है। सुप्रभात! |
ज़िंदगी के तीन खूबसूरत लम्हे: सुबह की नींद, दोपहर की नींद, और रात की नींद। शुभ रात्रि! |
चाँद तारों से रात जगमगाने लगी; फूलों की खुश्बू से दुनियां महकाने लगी; सो जाइए रात हो गई है काफी; निंदिया रानी भी आपको देखने आने लगी। शुभ रात्रि! |