विवेक ने अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव के पहले संस्करण के मौके पर आईएएनएस को बताया, ""विकलांग व्यक्ति का किरदार निभाना मुश्किल है। मुझे याद है कि "प्यारे मोहन" हास्य फिल्म थी। इसलिए यह ज्यादा चुनौतीपूर्ण नहीं थी, लेकिन "कृष 3" में मैंने काल का किरदार निभाया और इसमें व्हीलचेयर पर बैठना था। इसके लिए मुझे क़डी मेहनत करनी प़डा। इसे करना काफी मुश्किल था।""
विवेक ने बताया कि काल के किरदार के अभ्यास के लिए उनके घर में 24 दिन तक व्हीलचेयर रही। विकलांग व्यक्ति के किरदार वाली फिल्मों का जिक्र करते हुए विवेक ने कहा कि "येलेलो", "मार्गरिटा", "विथ अ स्ट्रॉ" और "बजरंगी भाई जान" जैसी फिल्मों ने अच्छी कामयाबी हासिल की है। उन्होंने कहा, ""इस तरह की फिल्में लोगों को प्रेरित करती हैं। विकलांग लोग, विशेष रूप से जो जन्म से ऎसे नहीं होते, लेकिन बाद में किसी हादसे का शिकार होकर सामान्य जीवन नहीं जी पाते, उन्हें ऎसी फिल्मों से काफी प्रेरणा मिलती है।"" विवेक अब मीत मेहता की कॉमेडी फिल्म "ग्रेट ग्रैंड मस्ती" में हंसी-ठिठोली करते नजर आएंगे।