पेशे से श्रीराम लागू एक डॉक्टर थे, उन्होंने 6 साल बतौर डॉक्टर प्रैक्टिस भी की और अपने डॉक्टरी के दिनों में वे थिएटर से जुड़ गये थे और फिर साल 1969 में वे पूरी तरह से एक्टिंग के काम में ही लग गए. साल 1972 में उन्होंने फिल्म 'पिंजरा' से बॉलीवुड में कदम रखा. पिंजरा बॉक्स ऑफिस पर कामयाब रही और इस फिल्म ने उन्हें बॉलीवुड में स्थापित कर दिया. इसके बाद उन्होंने पिता के, विलेन के और पुलिस ऑफिसर के कई किरदार निभाये अपने करियर में 100 से ज्यादा हिंदी फिल्मों में काम किया.
श्रीराम लागू को अपने करियर में कई अवार्ड्स से भी सम्मानित किया गया जिनमें बेस्ट सपोर्टिंग एक्टर का फिल्मफेयर अवॉर्ड, साल 1997 में कालीदास सम्मान और साल 2010 में संगीत नाटक अकेडमी के फेलोशिप अवॉर्ड से सम्मानित किया जाना शामिल है. श्रीराम लागू को उनके शानदार किरदारों और फिल्मों के लिए याद किया जाएगा.