रिया के खिलाफ एफआईआर के अनुसार सुशांत के पिता ने सुशांत की एक्स गर्लफ्रेंड पर 7 चौंकाने वाले आरोप लगाए हैं।
1. साल 2019 से पहले मेरा बेटा दिमागी तौर पर स्वस्थ था, उसे कभी कोई दिमागी परेशानी नहीं थी तो फिर अचानक रिया के संपर्क में आने के बाद ऐसा क्या हुआ के मेरा बेटा दिमागी रूप से अस्थाई रहने लगा।
2. यदि इस बीच वह मानसिक रूप से ठीक नहीं था और उसका इलाज चल रहा था तो इस संबंध में हमसे लिखित या मौखिक अनुमति क्यों नहीं ली गई, क्योंकि जब कोई व्यक्ति मानसिक रूप से बीमार होता है तब उसके सारे अधिकार उसके परिवार के ही पास होते हैं।
3. सुशांत के डिप्रेशन के इलाज के दौरान जिन डॉक्टरों ने उसका इलाज किया, मुझे लगता है वह भी रिया के साथ उसके षडयंत्र में शामिल थे। इसकी जांच होनी चाहिए कि सुशांत का इलाज किन डॉक्टरों ने किया व उसे कौनसी दवाइयां दी गईं थीं।
4. जब रिया को सुशांत की मानसिक स्थिति के बारे में पता था तो वह ऐसी नाज़ुक हालत में मेरे बेटे को छोड़कर गई तथा उसके इलाज के सारे कागज़ात अपने साथ ले गई। मेरे बेटे के मौत की ज़िम्मेदार रिया व उसके परिजन और सहयोगी ही हैं, इसकी जांच की जाए।
5. मैंने सुशांत के एक बैंक खाते की स्टेटमेंट से पता लगाया के पिछले एक साल से उसके कोटेक महिंद्रा वाले वाले खाते में 17 करोड़ रूपए थे जिसमे से करीब 15 करोड़ रुपयों को ऐसे अलग अलग खातों में डाला गया जिसका मेरे बेटे से कोई संबंध नहीं था। मेरा मानना है के इन सभी खातों कि व किस खाते में कितना पैसा भेजा गया है इन सभी चीज़ों की तफ्तीश होनी चाहिए।
6. सुशांत के अभिनय को पहले कितना सराहा जाता था और उसे काम भी मिलता था, पर उसके ज़िन्दगी में रिया के आते ही ऐसा क्या हुआ के उसे काम मिलना ही बंद हो गया।
7. मेरा बेटा अपने दोस्त महेश के साथ कुर्ग (केरल) में ज़मीन ले कर ऑर्गेनिक खेती का बिजनेस करना चाहता था, पर जब रिया को इस बात की भनक हुई तब उसने सुशांत के इस प्लान का विरोध करते हुए धमकी दे डाली। रिया ने सुशांत से कहा कि, "मै तुम्हारे इलाज के सारे पेपर मीडिया में दिखा दूंगी।" इस बात का जब सुशांत ने विरोध किया तब रिया को लग गया के अब सुशांत उसके लायक नहीं है, ये सोचकर रिया ने उसे छोड़ने का सोच लिया और वह वहां से लैपटॉप, पैसे, ज़ेवर, क्रेडिट कार्ड, इलाज के दस्तावेज़ जैसे चीज़ें ले कर चली गई। इस प्रकरण की जांच होनी चाहिए।
इसके बाद सुशांत के पिता ने भावुक स्टेटमेंट देते हुए कहां हैं, "मैंने अपने घर पर रहते हुए कई बार अपने बेटे को हिम्मत दी पर रिया और उसके परिजनों ने मेरी सारी कोशिशों पर पानी फेर दिया और तो और उसे मेरे पास आने भी नहीं दिया, उसे वहां बंधक बना कर रख दिया। मेरी उम्र 74 साल है, मै अब बूढ़ा हो चुका हूं और सुशांत की मौत ने मुझे शोक में डाल दिया है। बस मेरी मुंबई पुलिस से एक शिकायत है के वे मुख्य आरोपियों को छोड़, जिनकी इस घटना में कम भूमिका है उनसे पूछताछ कर रहे हैं।"