टाइम्स ऑफ़ इंडिया की एक रिपोर्ट के अनुसार कंगना ने इस घटना का स्पष्टीकरण देते हुए अपने बयान में कहा, "रात के करीब 11:30 बजे में अपने कमरे में सो रही थी। अचानक मुझे पटाखों जैसी आवाज़ आई जिसपर मैंने कुछ ध्यान नहीं दिया, पर कुछ क्षणों बाद फिर से वही आवाज़ आई तो मैं सतर्क हो गई क्योंकि अब मुझे लग रहा था के किसी ने बंदूक चलाई है पर में इस सोच में थी कि फिलहाल मनाली में कोई आतंकी संगठन का हमला नहीं हुआ है तो फिर आखिर ये आवाज़ कैसे आ सकती है। तब मैंने अपने सिक्युरिटी गार्ड को तुरंत बुलाकर इस वारदात के बारे में पूछा तब उसने कयास लगाया की आस-पास किसी बच्चे ने पटाखा जलाया होगा। पर मेरा शक गहरा था कि ये ज़रूर बंदूक की आवाज़ है, तब मै और मेरे 4 साथी आस पास के इलाके की तफ्तीश करने निकल गए लेकिन कहीं भी कोई ना मिलने पर हमने तुरंत पुलिस को इस घटना की सूचना दी|"
उन्होंने आगे कहा, "मुझे लगता है कि किसी ने स्थानीय लोगों को पैसों से खरीद कर ऐसा करने को कहा होगा क्योंकि यहाँ पर लोगों में इतनी गरीबी है कि कोई भी उन्हें 7-8 हज़ार रूपए देकर ऐसा काम करवा सकता है| अब लोग मुझसे कह रहे हैं कि मेरे दुशमन मुंबई में मेरी ज़िन्दगी बर्बाद कर देंगे, पर मुझे लगता है मुंबई में ही नहीं यहाँ भी लोग मुझे चैन से जीने नहीं देंगे| क्या इस देश में ख़ुलेआम गुंडागर्दी चल रही है? शायद ऐसे ही सुशांत को भी डराया-धमकाया गया होगा, पर मै इन सब बातों से डर कर सवाल उठाना बंद नहीं करुँगी|"
बता दें कि सूचना मिलते ही कुल्लू पुलिस वहाँ पहुच कर घटना स्थल का मुआवना करने लगी पर वह भी इससे जुड़े किसी इन्सान या सुराग को खोज पाने में असफल रही, लेकिन पुलिस अफसरों की टीम अब भी वहाँ से गुज़रने वाली सभी गाड़ियों व आने-जाने वाले लोगों की तलाशी में लगी हुई है|