आज यानी 28 सितंबर को देश के महान क्रांतिकारी और शहीद भगत सिंह की जयंती है| वे अपनी जिंदगी की परवाह किये बिना संघर्ष करते हुए देश के लिए शहीद हो गए थे, उनका जन्म लायलपुर जिले के बंगा में सन् 1907 में हुआ था| 23 साल की उम्र में ही अंग्रेजों ने उन्हें फांसी पर चढ़ा दिया था, आपको बता दें कि कल प्रधानमंत्री मोदी ने अपने 'मन की बात' कार्यक्रम के दौरान देशवासियों को भगत सिंह के पराक्रम के बारे याद दिलाया, साथ ही साथ जयंती की शुभकामनाएं भी दीं| यहां तक कि पंजाबी सितारों जैसे दिलजीत दोसांझ, अम्मी विर्क, करमजीत अनमोल, हरभजन मान जैसे कलाकार भी उनको सोशल मीडिया के द्वारा अपनी श्रद्धांजलि दे रहे हैं। देखिये कुछ पोस्ट-
Mera Rang de Basanti Chola O mera Rang De Basanti Chola... #BhagatSingh pic.twitter.com/WY4sM17UKN
— Kangana Ranaut (@KanganaTeam) September 28, 2020
देश की आजादी के लिए चले आंदोलनों में इनकी अहम भूमिका रहती थी, जब जलियांवाला बाग कांड हुआ तो ये महज 12 साल के थे| इस घटना से उनके मन पर गहरा प्रभाव पड़ा, बस फिर क्या था, 14 की उम्र में वे अपने स्कूल की किताबों और कपड़ों को आग लगा कर निकल पड़े देश में लगी आग को बुझाने| सन् 1920 में पहली बार वो महात्मा गांधी के अहिंसा आंदोलन में शामिल हुए |
हालांकि, बाद में उनकी विचारधारा उनसे अलग हो गई लेकिन मकसद एक था 'देश की आजादी'| 23 की उम्र में ब्रिटिश सेना द्वारा ने उन्हें फांसी पर लटकाने का फरमान जारी कर दिया| आपको बता दें कि भगत सिंह, मार्क्स के विचारों से काफी प्रभावित थे, उनका इंकलाब जिंदाबाद का नारा आज भी काफी प्रसिद्ध है| भगत सिंह के नारे क्रांति की जय हो, ने देशवासियों में जोश भरने का काम किया था |