फ्लेवर का चक्कर!
संता कि कोई गर्ल फ्रैंड नहीं थी इसलिए वह गर्लज हॉस्टल के बाहर चक्कर लगाता रहता था एक दिन उसने हिम्मत करके एक लड़की से बात कर ही ली!
कुछ दिन दोनों में इधर उधर की बातें होती रही और बाद में मिलना जुलना भी बढ़ गया!
एक दिन संता ने उसको फोन किया, और उसको काफ़ी मनाया की आज रात उसके पास आ जा सेक्स करते है!
लड़की ने कहा की ठीक है मैं आ जाऊँगी तुम केमिस्ट से कॉंडम ले आना, संता बड़ा खुश हुआ की चलो इसी बहाने आज पहली बार कुछ करने का मौका मिलेगा!
संता भागा भागा केमिस्ट के पास गया और केमिस्ट को बोला: भाई एक कॉन्डोम का पैकेट देना!
केमिस्ट: कौन सा फ्लेवर में चाहिए?
संता सोच में पड़ गया और कुछ देर सोचने के बाद बोला: छोले बटूरे वाला दे दो!



