दादा जी की मौज हो गयी!
एक बच्चा अपने दादा के साथ पार्क में खेल रहा था कि तभी एक केचुआ बिल से बाहर आया और रेंगने लगा!
बच्चा: दादाजी इस केचुए को वापस उसी मिट्टी के बिल में डाल दो जहां से यह निकला है!
दादा जी: नहीं बेटा यह संभव नहीं है, देखते नहीं हो केचुआ कितना नर्म है!
बच्चा: दादाजी तो लगी 100 रूपए की शर्त?
दादा जी: ठीक है लग गयी!
बच्चा अन्दर गया और एक स्प्रे ले कर आ गया और उसे केचुए पर छिड़क दिया, जिसके बाद केचुआ लकड़ी की तरह सख्त हो गया और बच्चे ने वापस उसे उसी जगह डाल दिया जहां से वह निकला था!
उसके बाद दादा ने तुरंत वह स्प्रे बच्चे के हाथ से ले लिया और अन्दर चला गया और कुछ देर बाद वापस आया और बच्चे के हाथ में 500 रूपए रख दिए जो देख कर बच्चा बोला;
बच्चा: दादा जी हमारी शर्त तो 100 रूपए की लगी थी आप मुझे 500 रूपए क्यों दे रहे हैं?
दादा जी: बेटा मेरी तरफ से तो 100 रूपए ही हैं यह 400 रूपए तो तुम्हारी दादी ने दिए हैं!