संता की चटनी!

एक बार संता अपनी पत्नी के साथ सैक्स कर रहा था, की अचानक दरवाज़े की घंटी बजी।

संता: कौन है?

बाहर से आवाज़ आई, " अरे मैं बंता हूँ दरवाज़ा खोलो।"

आवाज़ सुनने के 15 मिनट बाद संता ने दरवाज़ा खोला।

बंता: दरवाज़ा खोलने में इतनी देर क्यों लगा दी?

संता: हम चटनी कूट रहे थे।

बंता ने शरारत से जीतो की तरफ देखा और बोला, " भाभी जी, हमें भी चटनी चटा दो"।

जीतो: मैंने तो बर्तन धो लिया है, डंडे पे लगी होगी, वही चाट लो"।