वक्त वक्त की बात है!
एक बार एक फौजी बड़े समय बाद छुट्टी ले कर घर गया और आते ही अपनी पत्नी से बोला," चल जल्दी कपडे उतार बड़ी ठरक चढ़ी है।"
पत्नी: मुझे तो महावारी आयी हुई है तुम कोठे पे जाकर अपनी ठरक मिटा लो।
फौजी बाहर जाता है परन्तु थोड़ी ही देर में वापस आ जाता है और लौटते वक्त सोचता है कि क्यों ना आज अपनी पत्नी को चिदाया जाए।
फौजी को वापस आया हुआ देख कर उसकी पत्नी उस से पूछती है, ' क्या हुआ गए नहीं?"
फौजी: जा रहा था पर रास्ते में ही तुम्हारी बहन मिल गयी बस फिर क्या था उसको 500 रूपए देकर मैंने अपने ठरक उतार ली।
फौजी की बात सुन कर उसकी पत्नी गुस्से में बोली, " आने दो साली रंडी को आज ही उस कुतिया से पूछूंगी की जब उसके पति पर ऐसा वक्त आता है तब मैंने तो कभी एक पैसा नहीं लिया।