पप्पू की ट्रेन!

एक बार संता ने पप्पू को एक खिलौने वाली ट्रेन लाकर दी।

पप्पू ने फटाफट ट्रेन डिब्बे से निकाली और उससे खेलने लग गया।

कुछ देर बाद जब संता बाज़ार से वापस आया तो उसने पप्पू को बोलते सुना, "आओ-आओ भोंसड़ीवालों जल्दी आओ ट्रैन छूटने वाली है।"

यह सुन संता पप्पू को दो थप्पड़ लगाये और उसकी ट्रेन छीन ली।

ट्रेन छिन जाने से पप्पू रोने लगा तो कुछ देर बाद संता को उस पर तरस आ गया और उसने पप्पू से फिर गालियाँ ना देने का वादा लेकर उसे ट्रेन वापस कर दी।

ट्रेन वापस मिलते ही पप्पू ने फिर उससे खेलना शुरू कर दिया और बोला, "भोंसड़ी वालो जिसने ट्रेन पे चढ़ना है चढो नहीं चढ़ना तो ना चढो, एक मादरचोद की वजह से ट्रेन पहले ही आधा-घंटा लेट है।"