ये कैसा आदर?
एक दिन संता दफ्तर से थका हारा अपने घर पहुंचा तो उसको देख उसकी पत्नी जीतो उसके पास दौड़ी दौड़ी आयी और उससे लिपट कर रोने लग गयी।
संता: अरे क्या हो गया?
जीतो: भगवान् का शुक्र है की आप ठीक-ठाक हैं।
संता अरे हुआ क्या?
जीतो: कुछ नहीं थोड़ी देर पहले बाहर कुछ लोग बात कर रहे थे की कोई भोंसड़ी का दारु पीकर किसी ट्रक के नीचे आ गया तो मैंने सोचा....