होशियार कौन?

एक बार संता और बंता ट्रेन में सफ़र कर रहे होते हैं।

अभी वह अपनी सीट पर आकर बैठे ही होते हैं की संता की नज़र सामने लगी चेतावनी तख्ती पर पड़ती है जिस पर लिखा होता है, "बिना टिकट यात्रा करने वाले यात्री, होशियार।"

तख्ती देख संता अपने साथ ही बैठे हुए बंता से कहता है," बहनचोद क्या कलयुग आ गया है, बिना टिकट यात्रा करने वाले होशियार और हम जो टिकट लेकर यात्रा कर रहे हैं हम क्या चूतिये हैं।