बेचारे रणछोड़ भाई!

एक बार लंदन हवाई अड्डे की टिकट खिड़की से घोषणा हुई, " मिस्टर रांड चोद कर संडास! कृप्या टिकट खिड़की पर आयें।"

रणछोड़ भाई जो कि अभी-अभी सूरत से लंदन पहुंचे होते हैं, गुस्से से आग बबूला होकर टिकट खिड़की पर पहुँचते हैं और वहां बैठे अंग्रेज रिसेप्शनिस्ट पर बरस पड़ते हैं।

रणछोड़ भाई: मादरचोद! मैं हूँ रणछोड़।

अंग्रेज रिसेप्शनिस्ट: मिस्टर मादरचोद रांड चोद? सर यहाँ पर आपका यह नाम नहीं लिखा है, मेरे पास आपका नाम सिर्फ रांड चोद लिखा हुआ है।

रणछोड़ भाई: अरे बेनचोद, मैं मादरचोद नहीं हूँ।

अंग्रेज रिसेप्शनिस्ट: तो आप आर.ए. बेन हैं या आर.ए. चोद हैं मैं कुछ समझ नहीं पा रहा हूँ कि आपका उपनाम बेन है या चोद है।

रणछोड़ भाई: चूतिया तारी! मैं रणछोड़ हूँ।

अंग्रेज रिसेप्शनिस्ट: बहुत उम्दा सर तो आप चूतिया तारी हैं?

इतने में एक चीनी सज्जन टिकट खिड़की पर पहुँच जाते हैं और रिसेप्शनिस्ट से कहते हैं, "क्या आपने मुझे बुलाया?"

अंग्रेज रिसेप्शनिस्ट: आप कौन हैं?

चीनी आदमी: मैं चूति या हूँ।