बच्चे की जान!

पानी में डूबती एक औरत चिल्ला रही थी: बचाओ-बचाओ मैं प्रेग्नेंट हूँ।

संता ने उसे बाहर निकाला और मुंह से मुंह मिलाकर उसको सांस देने लगा।

बंता उसकी पैंटी उतारकर उसके अन्दर फूंक मारने लगा।

संता: अबे ये क्या कर रहा है भोसड़ी के?

बंता: तू माँ की जान बचा, मैं बच्चे की जान बचाता हूँ।