नामों का राज़!

गुप्ता जी के घर शर्मा जी आये। गुप्ता जी अपने बच्चों की पहचान कराने लगे।

ये मेरी बेटी रानी।शादी से पहले हम मुंबई में 'रानी बाग़' में घूमा करते थे, उसकी याद में इसका नाम रानी रखा।

शर्मा जी: वाह, प्यारी बिटिया है।

गुप्ता जी: ये मेरा बेटा ताज। शादी के 5 साल बाद दूसरे हनीमून पे हम आगरा गए थे, उसकी याद में।

शर्मा जी: बहुत खूब, बहुत सोच कर नाम रखा है आपने।

गुप्ता जी: और ये मेरा छोटा बेटा कोहिनूर।

शर्मा जी: क्या बात है! मतलब आप लंदन में कोहिनूर हीरा देख आये?

गुप्ता जी: अरे नहीं! हम तो कंडोम इस्तेमाल कर रहे थे लेकिन इस ब्राण्ड ने धोखा दे दिया।