पप्पू जब संता के साथ पिकनिक मना कर वापिस आया तो जीतो ने उसे पूछा: आज तो तुम्हें बहुत मज़ा आया होगा अपने पापा के साथ पिकनिक मना कर?
पप्पू: हाँ मम्मी, अच्छा लगा। हम सब ने मिलकर लुकाछिपी खेली।
जीतो: और कितने बच्चे थे वहाँ?
पप्पू: बच्चा तो मैं अकेला ही था।
जीतो: फिर तुमने लुकाछिपी किसके साथ खेली?
पप्पू: मैं, पापा और एक सुन्दर सी आंटी।
जीतो: आंटी?
पप्पू: हाँ मम्मी, पर अब मैं पापा के साथ कभी नहीं खेलूंगा। उन्हें तो खेलना ही नहीं आता। जब हम खेल रहे थे तो वो आंटी एक कमरे में छिप गयी और पापा उसे ढूंढ़ने के लिए अंदर गए तो पूरे आधे घंटे बाद वापिस निकले।
जीतो(गुस्से में आग-बबूला होते हुए): बस बेटा आज के बाद तुम्हारे पापा कभी लुकाछिपी खेल ही नहीं पाएंगे!