
वो न आए उनकी याद वफ़ा कर गई;
उनसे मिलने की चाह सुकून तबाह कर गई;
आहट दरवाज़े की हुई तो उठकर देखा;
मज़ाक हमसे हवा कर गई!
वो न आए उनकी याद वफ़ा कर गई;
उनसे मिलने की चाह सुकून तबाह कर गई;
आहट दरवाज़े की हुई तो उठकर देखा;
मज़ाक हमसे हवा कर गई !

शोर न कर धड़कन ज़रा, थम जा कुछ पल के लिए;
बड़ी मुश्किल से मेरी आखों में उसका ख्वाब आया है!

मुझे नींद की इजाज़त भी उसकी यादों से लेनी पड़ती है;
जो खुद तो सो जाता है, मुझे करवटों में छोड़ कर!
दिल की ख्वाहिश को नाम क्या दूं;
प्यार का उसे पैगाम क्या दूं;
इस दिल में दर्द नहीं, उसकी यादें हैं;
अब यादें ही दर्द दे;
तो उसे क्या इल्ज़ाम दूं!
एक आह जो दिल को रुला दे;
एक वाह जो मन को बहला दे;
एक राह जो मंजिल को मिला दे;
और एक मैसेज, जो अपनों की याद दिला दे!

एक दिन हमारे आंसुओ ने हमसे पूछा, "हमें रोज़ रोज़ क्यों बुलाते हो?"
हम ने कहा, "हम 'नाम-ऐ-हुसैन' लेते हैं, तुम तो खुद ही चले आते हो!"

पत्ते गिर सकते है, पर पेड़ नहीं;
सूरज डूब सकता है, पर आसमान नहीं;
आप भूल सकते है, पर हम नहीं!

ये चाँद चमकना छोड़ भी दे, तेरी चांदनी मुझे सताती है;
तेरे जैसा ही था उसका चेहरा, तुझे देख के वो याद आती है!

तड़प उठते है, उन्हें याद करके;
जो गए है, हमे बर्बाद करके;
अब तो इतना ही ताल्लुक रह गया है;
कि रो लेते है, बस उन्हें याद करके!