
अच्छी है याद तेरी अच्छा है नाम तेरा;
अय दूर के रहने वालों कैसा है हाल तेरा;
दिल में तेरी याद होंठो पे नाम तेरा;
मेरे दिल में बसने वाले तुझको सलाम मेरा।

जख्म देने की आदत नहीं हमको;
हम तो आज भी वो अहसास रखते हैं;
बदले-बदले तो आप हैं जनाब;
हमारे अलावा सबको याद रखते हैं।

तुझे भूलने का कभी हौंसला ना हुआ;
दूर रहकर भी तू मुझसे जुदा ना हुआ;
तुझसे मिल के हम किसी से क्या मिलते;
कोई तेरे जैसा इस जहाँ में दूसरा न हुआ।

दोस्ती की वो मिसाल बनायेंगे हम;
आँखें बंद करोगे तो नज़र आयेंगे हम;
भर देंगे इतना प्यार आपके दिल में कि;
सबसे पहले याद आयेंगे हम।

हर रात में आपके पास उजाला हो;
हर कोई आपको चाहने वाला हो;
वक्त गुजर जाये उनकी यादों के सहारे;
कोई आपको इतना प्यार करने वाला हो।

मजबूरी में नहीं, दिल करे तो याद करना;
दुनिया से फुर्सत मिले तो याद करना;
दुआ है ज़माने की हर ख़ुशी पाओ आप;
फिर भी आँख भर आये तो हमें जरूर याद करना।

बनकर लब्ज मेरी किताबों में मिलना;
बनकर खुशबु की महक मेरे गुलाबों में मिलना;
जब आयेगी तुम्हें हमारी याद;
तब बनकर ख्वाब मेरी आँखों में मिलना!

गहरी थी रात लेकिन हम खोये नहीं;
दर्द बहुत था दिल में, मगर हम रोए नहीं;
कोई नहीं हमारा जो पूछे हमसे;
जाग रहे हो किसी के लिए या किसी के लिए सोए नहीं।
बहेंगी जब भी सर्द हवायें;
हम खुद को तन्हा पायेंगे;
एहसास तुम्हारे साथ का;
हम कैसे महसूस कर पायेंगे।

अजीब लगती है शाम कभी-कभी;
जिंदगी लगती है बेजान कभी-कभी;
समझ आये तो हमें भी बताना कि;
क्यों परेशान करती हैं यादें कभी-कभी।