
सोचा याद ना करके थोड़ा तड़पायें उनको;
किसी और का नाम लेकर जलायें उनको;
पर कोई चोट उनको लगी तो दर्द हमें होगा;
अब कोई ये बताये कि किस तरह सतायें उनको!

उसकी याद हमें बेचैन बना जाती है;
हर जगह हमें उसकी सूरत नजर आती है;
कैसा हाल किया है मेरा आपके प्यार ने;
नींद भी आती है तो आँखें बुरा मान जाती हैं।

यादें आती हैं यादें जाती हैं;
कभी खुशियाँ कभी गम लाती हैं;
शिकवा ना करो जिंदगी से;
आज जो जिंदगी है, वही आने कल की याद कहलाती है।

यादों से दिल भरता नहीं;
दिल से यादें निकलती नहीं;
यह कैसी कशमकश है;
आपको याद किये बिना दिल को चैन मिलता नहीं।

हर एक मजर पर उदासी छाई है;
चाँद की रोशनी में भी कमी आई है;
अकेले अच्छे थे हम अपने आशियाने में;
जाने क्यों टूटकर आज फिर आपकी याद आई है।

सामने ना हो तो तरसती हैं आँखें;
याद में तेरी बरसती हैं आँखें;
मेरी लिए नहीं इनके लिए ही आ जाओ;
आपका बेपनाह इंतज़ार करती हैं आँखें!

समझा दो अपनी यादों को;
वो बिना बुलाये पास आया करती हैं;
आप तो दूर रहकर सताते हो मगर;
वो पास आकर रुलाया करती हैं।

अपनी हर सांस में आबाद किया है तुमको;
ए मेरी जाना बहुत याद किया है तुमको;
मेरी जिंदगी में तुम नहीं तो कुछ भी नहीं;
अपनी जिंदगी से बढ़कर प्यार किया है तुमको!

कभी एक लम्हा ऐसा भी आता है;
जिसमें बीता हुआ कल नजर आता है;
बस यादें रह जाती हैं याद करने के लिए;
और वक्त सबकुछ लेकर गुजर जाता है।

'फूल' खुशबु के लिए;
'प्यार' निभाने के लिए;
'आँखें' दिल चुराने के लिए;
और यह मेरा मैसेज आपको;
"मेरी याद" दिलाने के लिए।