
हँसी के बिना बिताया हुआ दिन बर्बाद किया हुआ दिन है!

मित्र वो है जिसके शत्रु नहीं है; जो आपके शत्रु है!

प्रसन्नता बाहरी परिस्थितियों पर निर्भर नहीं करती, यह हमारे मानसिक रवैया से संचालित होती है!

छोटी चीजों में वफादार रहिये क्योंकि इन्ही में आपकी शक्ति निहित है।

जहाँ जाइये प्यार फैलाइए। जो भी आपके पास आए वह और खुश होकर लौटे।

एक पल के लिए ही सही, किसी और के चेहरे की मुस्कान बनो।

ज़रूरतमंद दोस्त की मदद करना आसान है, लेकिन उसे अपना समय देना हमेशा संभव नहीं हो पाता।

हैप्पीनेस कोई रेडीमेड चीज़ नहीं है। ये आपके अपने कर्मों से आती है।

मित्र बनाने में धीमे रहिये और बदलने में और भी!

सच में हंसने के लिए आपको अपनी पीड़ा के साथ खेलने में सक्षम होना चाहिए।