
जैसे एक फूल बहुत प्यारा और सुंदर है, पर खुशबू नहीं है। ठीक वैसे किसी की कही हुई अच्छी बातें व्यर्थ हैं, अगर वो उनको अमल में नहीं लाता।

जब स्वभाव को धर्म के सिद्धांतों के अनुसार बदला जाता है, तब हमें संस्कृति और सभ्यता प्राप्त होती है।

सबसे उत्तम तीर्थ अपना मन है जो विशेष रूप से शुद्ध किया हुआ हो!

जो लोग परमात्मा तक पहुंचना चाहते हैं उन्हें वाणी मन इन्द्रियों की पवित्रता और एक दयालु ह्रदय की आवश्यकता होती है!

भगवान के चेहरे पर एक मुस्कुराहट है!

आपकी दया मेरी सामाजिक स्थिति है!
सबसे उत्तम तीर्थ अपना मन है जो विशेष रूप से शुद्ध किया हुआ हो!

यदि भगवान छुआछूत को मानता है तो मैं उसे भगवान नहीं कहूँगा।

गणित मेरा जुनून है इंजीनियरिंग मेरा पेशा है!

मनुष्य की सुरक्षा उसकी धार्मिक वृत्ति ही करती है|