
बुरे व्यक्ति पश्चाताप से भरे होते हैं!

अगर दो खुश रहने वाले व्यक्ति कंधे से कंधा मिलाकर एक साथ भगवान के खिलाफ खड़े हो जाए तो भगवान् भी उनके सामने असहाय हो जाता है।
भगवान ऐसे लोगों को अभय कर देते हैं, जो उनमें विश्वास रखते हैं।
दुख स्वयं भोग का अंतिम रूप है।
कर्म करने मे ही अधिकार है, फल मे नही।
आस्था वो पक्षी है जो सुबह अँधेरा होने पर भी उजाले को महसूस करती है।

जहाँ आप अपने आप को बार-बार पा सकें वही आपका पवित्र स्थान है।

कभी भी अपने पास रखे तीन संसाधनों को मत भूलिए: प्रेम, प्रार्थना और क्षमा।

हम भगवान को खोजने कहाँ जा सकते हैं, अगर हम उसे अपने इस दिल में नहीं ढूंढ सकते।

ईश्वर को आसमान में न ढूंढें; अपने भीतर ढूंढें।