सबसे जरूरी चीज जो मैंने सीखी है वो है हर परिस्थिति में ईश्वर पर भरोसा करना।
धर्म का उद्देश्य खुद को नियंत्रित करना है, दूसरों की आलोचना करना नहीं।
आपका शांत मन आपकी चुनौतियों के खिलाफ सबसे बड़ा हथियार है। इसलिए शांत रहिये।
मन की गतिविधियों, होश, श्वास, और भावनाओं के माध्यम से भगवान की शक्ति सदा तुम्हारे साथ है, और लगातार तुम्हें बस एक साधन की तरह प्रयोग कर के सभी कार्य कर रही है।
मनुष्य अपने विश्वास से निर्मित होता है। जैसा वो विश्वास करता है वैसा वो बन जाता है।
कर्म योग में कभी कोई प्रयत्न बेकार नहीं जाता; और इससे कोई हानि नहीं होती। इसका थोड़ा सा भी अभ्यास जन्म और मृत्यु के सबसे बड़े भय से बचाता है।
मैं हर एक वस्तु में हूँ और उससे परे भी, मैं सभी रिक्त स्थान को भरता हूँ!
हर चीज को ऐसे देखना जैसी कि वो है, आपको जीवन को सहजता से जीने की शक्ति और क्षमता देता है।
"आज" भगवान का दिया हुआ एक उपहार है- इसीलिए इसे "प्रेजेंट" कहते हैं!
ब्रह्माण्ड की सारी शक्तियां पहले से हमारी हैं! वो हमीं हैं जो अपनी आँखों पर हाँथ रख लेते हैं और फिर रोते हैं कि कितना अन्धकार है!