
अच्छे शब्दों के प्रयोग से बुरे लोगों का भी दिल जीता जा सकता है।

कामनाएँ समुद्र की भाँति अतृप्त हैं। पूर्ति का प्रयास करने पर उनका कोलाहल और बढ़ता है।

बिना क्षमा के कोई भविष्य नहीं है।

सत्य से कीर्ति प्राप्त की जाती हैं और सहयोग से मित्र बनाये जाते है।

जैसे एक सचेत व्यापारी अपने सारे पैसे एक जगह नहीं निवेश करता, उसी तरह बुद्धिमत्ता भी शायद हमें ये चेतावनी देती है कि हम अपनी सारी खुशियाँ किसी एक जगह से पाने की अपेक्षा न करें।

जीवन का वास्तविक सुख, दुसरो को सुख देने में है, उनका सुख लूटने में नहीं।

यह जानना कि आपकी वजह से किसी एक व्यक्ति की भी ज़िन्दगी आसान हुई है, यही सफलता है।

आत्मविश्वास संक्रामक है और इसकी कमी भी।

दुःख के मौसम में बहन की आवाज मीठी होती है।

महत्वाकांक्षा सख्त चीजों से बनी होनी चाहिए।