
ज़िन्दगी तो अपने दम पर ही जी जाती है। दूसरो के कन्धों पर तो सिर्फ जनाज़े उठाये जाते हैं।

डर कहीं और नहीं बस आपके दिमाग में होता है।

खुद को खोजिये, नहीं तो आपको दुसरे लोगों की राय पर निर्भर रहना पड़ेगा जो खुद को नहीं जानते!

दिल और दिमाग के टकराव में दिल की सुनो!

बीता हुआ समय कभी वापस नहीं आता।

बहुत ज़रूरी चीज़ जो आपमें होनी चाहिए वो है धैर्य।

यदि आप गलतियाँ नहीं कर रहे हैं, तो आप कुछ नहीं कर रहे हैं। मैं सकारात्मक हूँ कि एक कर्ता गलतियां करता है।

हमें कोई नहीं बचाता बल्कि हम खुद को बचाते है। कोई नहीं कर सकता और कोई भी हो सकता है। हमें खुद ही अपना रास्ता चलना चाहिए।

सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि लोगों को प्रयास करने के लिए प्रेरित करना चाहिए ताकि वे जो कुछ भी करना चाहते हैं उसमें महान हो सकें।

आँख के बदले में आँख पूरे विश्व को अँधा बना देगी।