
बुराई को देखना और सुनना ही बुराई की शुरुआत है!

सत्याग्रह बल से नहीं ,हिंशा के त्याग से होता है!

भगवान मूर्तियों में नहीं है! आपकी अनुभूति आपका इश्वर है! आत्मा आपका मंदिर है!

किसी आदमी का असली चरित्र तब सामने आता है जब वो नशे में होता है!

यदि आप एक बड़ा झूठ बोलते हैं और उसे अक्सर बोलते हैं तो उस पर यकीन कर लिया जायेगा!

हमेशा एक मुस्कान चेहरे पे रखें क्योंकि आप कभी नहीं जानते कि कौन देख रहा है।

कविता उच्चतम सुख या गहरे दुःख से आती है।

बुद्धि, करुणा,और साहस, व्यक्ति के लिए तीन सार्वभौमिक मान्यता प्राप्त नैतिक गुण हैं!

हमें हर उस सत्य को असत्य कहना चाहिए जिसके साथ कम से में एक हँसी ना रही हो!

दुःख व्यक्ति का साहस ख़त्म कर देता है! वह व्यक्ति की सीख ख़त्म कर देता है! हर किसी का सबकुछ नष्ट कर देता है! दुःख से बड़ा कोई शत्रु नहीं है!