दूसरी शादी: अनुभव पर आशा की विजय।
मैं शादी से पहले क्या करता था - जो जी में आता था।
मेरी पत्नी और मैं 20 साल तक बहुत खुश रहे... फिर हमारी मुलाकात हो गई।

विवाह आपके लिए हर तरह से लाभकारी है - यदि अच्छी पत्नी मिली तो सुखी रहेंगे, बुरी मिली तो फिलॉस्फर बनेंगे।

बीवियों के बारे में मेरी किस्मत हमेशा ख़राब रही... पहली मुझे छोड़कर चली गई, और दूसरी नहीं गई।

विवाह के बाद पति-पत्नी एक ही सिक्के के दो पहलू बन जाते हैं - एक-दूसरे का मुंह नहीं देख सकते, लेकिन हमेशा साथ रहते है।

विवाह का बंधन भी बाकी किसी निवेश की तरह ही होता है जो धीरे-धीरे परिपक्व होता है।

एक सफ़ल शादी में आप को एक ही आदमी के साथ कई बार प्यार में पड़ने की आवश्यकता है।
आदमी की सबसे महत्वपूर्ण चीज़ उसको सहानुभूति देने वाली उसकी पत्नी है।

कुँवारे आदमियों पर भारी टैक्स लगाना चाहिए। यह उचित नहीं है कि कुछ आदमी दूसरों की तुलना में ज्यादा खुश रहें।