
उस खाने का स्वाद और भी बढ़ जाता है, जब उसे परिवार के साथ बैठ कर खाया जाता है।

मेरे पिता ने कहा था कि दुनिया में दो तरह के लोग होते हैं, देने वाले और लेने वाले, हो सकता है लेने वाले बढ़िया खा लें, लेकिन देने वाले अच्छी तरह सोते है।

इंसान वही होता है जो उसे उसकी माँ बनाती है।

एक पिता अपने बच्चों के लिए जो सबसे प्रमुख चीज कर सकता है वो है, उनकी माँ से प्रेम करना।
अपने माता-पिता से प्रेम करो, और उनकी स्नेह और विनम्रता के साथ देखभाल करो, वर्ना उनकी अहमियत उस दिन समझ आएगी जिस दिन उनकी कुर्सी खाली देखोगे।
जिस परिवार में सद्भाव होता है, वह हमेशा तरक्की करता है।

अगर आप सेना में शामिल हो गए हैं, तो आप देश के सबसे बड़े परिवार में शामिल हो गए।
एक मकान तब तक घर नहीं बन सकता जब तक उसमे दिमाग और शरीर दोनों के लिए भोजन और भभक ना हो।
पारिवारिक सुख इस संसार में उस परमात्मा का दिया हुआ एक ऐसा वरदान है जिसके बिना कोई भी मनुष्य अपने जीवन काल में कदाचित उन्नति नहीं कर सकता।