आप जैसे हैं वैसे ही बहुत बढ़िया हैं।
आपकी सबसे बड़ी पूंजी आपके कमाने की क्षमता है। आपका सबसे बड़ा संसाधन आपका समय है।
उस काम का चयन कीजिये जिसे आप पसंद करते हों, फिर आप पूरी ज़िन्दगी एक दिन भी काम नहीं करंगे!
बिना जोखिम कुछ नहीं मिलता और जोखिम वही उठाते हैं जो साहसी होते हैं।
गिरने का जोखिम उठाए बिना आप खड़े भी नहीं हो सकते।
कुछ कर गुज़रने के लिए आपको काफी प्रेरित होना होगा. अन्यथा, आप बस खुद को दुखी कर लेंगे।
जो आप सचमुच हैं वो बनने के लिए साहस चाहिए होता है!
उठो, जागो और तब तक मत रुको जब तक लक्ष्य ना प्राप्त हो जाए!
लोहा आग में तप-कर ही फौलाद बनता है।
अतिरिक्त प्रयास करने को अपनी दैनिक आदत का हिस्सा बना लें।