किसी चीज की कीमत यह है कि आप उसके बदले में अपनी कितनी जिंदगी लगा देते हैं।
जो लोग अपनी प्रशंसा के भूखे होते हैं, वे साबित करते हैं कि उनमें योग्यता नहीं है।
उड़ान भरने की अपेक्षा, जब हम झुकते हैं, तब विवेक के अधिक निकट होते हैं।
उचित रूप से देंखे तो कुछ भी इतिहास नही है, सब कुछ मात्र आत्मकथा है।
जिज्ञासा के बिना ज्ञान नहीं होता। दुःख के बिना सुख नहीं होता।
उपहार और विरोध तो सुधारक के पुरस्कार हैं।
अपने स्नेह का पूर्ण प्रदर्शन किए बिना आप अपना स्नेह-भाव दूसरों तक नहीं पहुंचा सकते।
समस्या को हल करने की तुलना में अधिकतर लोग ज्यादा समय और ताकत उस से जूझने में लगा देते हैं।
कल्पना ज्ञान से अधिक महत्वपूर्ण है।
अधिकार जताने से अधिकार सिद्ध नहीं होता।



