किताबें पढने की दो वजहें हैं; पहली, कि आप उसका लुत्फ़ उठा सकें; दूसरा कि आप उसके बारें में डींगें हांक सकें।
विश्वासघात होने से पहले, विश्वास को होना होगा।
केवल एक चीज जो मुझे सीखने में हस्तक्षेप करती है वो है मेरी शिक्षा।
अगर तुम इसे आसानी से समझा नहीं सकते, मतलब तुमने इसे अच्छी तरह से समझा नहीं हैं।
गलतियाँ नहीं, समाधान ढूंढे।
मैं किताबों के बगैर जिंदा नहीं रह सकता।
पहले भगवान ने बेवकूफ लोग बनाये। वो अभ्यास के लिए था। फिर उन्होंने स्कूल बोर्ड्स बनाये।
मैं सबके सामने घोषणा करता हूँ: पढने जैसा कोई आनंद नहीं है।
शिक्षक एक ऐसा व्यक्ति होता है जो कोई भी चीज एक बार नहीं कहता।
वो लिखो जो तुम जानते हो।