
बिना किताबों के कमरा बिना आत्मा के शरीर के समान है!

सभी कलाएं प्रकृति की नक़ल हैं।

समय एक दिशा में बढ़ता है, यादें दूसरी।

एक सज्जन व्यक्ति वह है जो अनजाने में किसी की भावनाओ को ठेस ना पहुंचाए।

मौन सबसे सशक्त भाषण है, धीरे-धीरे दुनिया आपको सुनेगी।

दिखावा करना किसी मूर्ख का अपना महत्त्व दिखाने का तरीका है।

प्रकृति कभी अपने नियम नहीं तोड़ती।

जो व्यक्ति पढता नहीं है उसे ना पढ़ पाने वाले व्यक्ति की अपेक्षा कोई लाभ नहीं है।

चालाकी बुद्धिमानी नहीं है।

मौन महान शक्ति का स्रोत है।