व्यक्ति अपने विचारों से निर्मित प्राणी है, वह जो सोचता है वही बन जाता है!
जब प्यार और नफरत दोनों ही ना हो तो हर चीज साफ़ और स्पष्ट हो जाती है!
सफल व्यक्ति बनने का प्रयास मत करिए,बल्कि सिद्धांतों वाला व्यक्ति बनने का प्रयत्न करिए!
जो आत्म अनुशासन नहीं रख सकता, वह दूसरों को अनुशासन का पाठ कैसे पढ़ा सकता है।
जब सांसें विचलित होती हैं तो मन भी अस्थिर हो जाता है। लेकिन जब सांसें शांत हो जाती हैं, तो मन भी स्थिर हो जाता है, और योगी दीर्घायु हो जाता है। इसलिए, हमें श्वास पर नियंत्रण करना सीखना चाहिए।
दिलचस्प विचारों और नयी प्रौद्योगिकी को कम्पनी में परिवर्तित करना जो सालों तक नयी खोज करती रहे, ये सब करने के लिए बहुत अनुशाशन की आवश्यकता होती है।
एक अच्छा लीडर वही है, जो दूसरों को मजबूत बना सके ।
तुम्हारा सबसे बढ़ा दुश्मन तुम्हे उतना नुक्सान नहीं पहुचा सख्त जितनी तुम्हारे खराब विचार|
मुझमे कोई प्रतिभा नहीं है बस में जानना चाहता हु |
आप देखकर भी बहुत कुछ अवलोकन कर सकते है|