Aitbar Sajid SMS

  • फिर वही लम्बी दोपहरें हैं फिर वही दिल की हालत है;<br/>
बाहर कितना सन्नाटा है अंदर कितनी वहशत है!Upload to Facebook
    फिर वही लम्बी दोपहरें हैं फिर वही दिल की हालत है;
    बाहर कितना सन्नाटा है अंदर कितनी वहशत है!
    ~ Aitbar Sajid
ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT