Bismil Sabri Hindi Shayari

  • वो अक्स बनके मेरी चश्म-ए-तर में रहता है;<br/>
अजीब शख़्स है पानी के घर में रहता है!Upload to Facebook
    वो अक्स बनके मेरी चश्म-ए-तर में रहता है;
    अजीब शख़्स है पानी के घर में रहता है!
    ~ Bismil Sabri