Kabir Hindi Quotes

  • ​पोथी पढ़ि - पढ़ि जग मुआ, पंडित हुआ न​ कोय​,​ ​ ढाई आखर प्रेम का, पढ़ै सो पण्डित​ ​होय।Upload to Facebook
    ​पोथी पढ़ि - पढ़ि जग मुआ, पंडित हुआ न​ कोय​,​ ​ ढाई आखर प्रेम का, पढ़ै सो पण्डित​ ​होय।
    ~ Kabir