Kabir Hindi Quotes

  • वृक्ष, सरोवर, सज्जन और मेघ-ये चारों परमार्थ हेतु देह धारण करते हैं।
    ~ Kabir
  • जब घर में धन और नाव में पानी आने लगे, तो उसे दोनों हाथों से निकालें। ऐसा करने में बुद्धिमानी है, हमें धन की अधिकता सुखी नहीं बनाती।
    ~ Kabir
  • ​पोथी पढ़ि - पढ़ि जग मुआ, पंडित हुआ न​ कोय​,​ ​ ढाई आखर प्रेम का, पढ़ै सो पण्डित​ ​होय।Upload to Facebook
    ​पोथी पढ़ि - पढ़ि जग मुआ, पंडित हुआ न​ कोय​,​ ​ ढाई आखर प्रेम का, पढ़ै सो पण्डित​ ​होय।
    ~ Kabir