-
Upload to Facebook
~ Karan Joharकभी-कभी नई आवाज शानदार दृष्टि रखती है, यह बेहद सुव्यवस्थित और जैविक है। -
Upload to Facebook
~ Karan Joharधारा 377 सिर्फ मानवाधिकारों का एक उल्लंघन नहीं है, बल्कि यह हमारे देश के लोकतंत्र को मृगतृष्णा की तरह बनाता है।