ज़मीन लहु लुहान हो गयी इन्हीं धर्मो के नाम पर और फिर भी तुम पूछते हो कि मैं धर्मो के खिलाफ क्यों बोलता हूँ। |
अधिक से अधिक भोले, कम ज्ञानी और बच्चों की तरह बनिए। जीवन को मजे के रूप में लीजिये - क्योंकि वास्तविकता में यही जीवन है। |
खुद को खोजिये, नहीं तो आपको दुसरे लोगों की राय पर निर्भर रहना पड़ेगा जो खुद को नहीं जानते! |
मनुष्य का हमेशा डर के माध्यम से शोषण किया जाता है। |
वो जो आपको दुखी बनाता है केवल वही पाप है। वो जो आपको खुद से दूर ले जाता है केवल उसी से बचने की ज़रूरत है। |
सम्बन्ध उनकी ज़रुरत हैं जो अकेले नहीं रह सकते। |
जीवन ठहराव और गति के बीच का संतुलन है। |
जब प्यार और नफरत दोनों ही ना हो तो हर चीज साफ़ और स्पष्ट हो जाती है! |
यहाँ कोई भी आपका सपना पूरा करने के लिए नहीं है! हर कोई अपनी तकदीर और अपनी हक़ीकत बनाने में लगा है! |
जब प्यार और नफरत दोनों ही ना हो तो हर चीज साफ़ और स्पष्ट हो जाती है! |