Shahryar Hindi Shayari

  • शदीद प्यास थी फिर भी छुआ न पानी को;</br>
मैं देखता रहा दरिया तेरी रवानी को!Upload to Facebook
    शदीद प्यास थी फिर भी छुआ न पानी को;
    मैं देखता रहा दरिया तेरी रवानी को!
    ~ Shahryar
  • जुस्तुजू जिस की थी उस को तो न पाया हम ने; <br/>
इस बहाने से मगर देख ली दुनिया हम ने!Upload to Facebook
    जुस्तुजू जिस की थी उस को तो न पाया हम ने;
    इस बहाने से मगर देख ली दुनिया हम ने!
    ~ Shahryar
  • कौन सी बात है जो उस में नहीं,<br/>
उस को देखे मेरी नज़र से कोई।Upload to Facebook
    कौन सी बात है जो उस में नहीं,
    उस को देखे मेरी नज़र से कोई।
    ~ Shahryar
  • जुस्तुजू जिस की थी उस को तो न पाया हम ने;<br />
इस बहाने से मगर देख ली दुनिया हम ने।Upload to Facebook
    जुस्तुजू जिस की थी उस को तो न पाया हम ने;
    इस बहाने से मगर देख ली दुनिया हम ने।
    ~ Shahryar