जैसे सूर्य आकाश में छुप कर नहीं विचर सकता उसी प्रकार महापुरुष भी संसार में गुप्त नहीं रह सकते। |
उन्नति की क्षमता रखने वालों पर समय-समय पर आपत्ति आती है। |
अधिक बलवान तो वे ही होते हैं जिनके पास बुद्धि बल होता है। जिनमें केवल शारीरिक बल होता है, वे वास्तविक बलवान नहीं होते। |
उन्नति की क्षमता रखने वालों पर ही समय-समय पर आपत्ति आती है। |
प्राप्त हुए धन का उपयोग करने में दो भूलें हुआ करती हैं, जिन्हें ध्यान में रखना चाहिए। अपात्र को धन देना और सुपात्र को धन न देना। |
माँ के रहते मनुष्य को कभी चिंता नहीं होती, उसे बुढ़ापा नहीं आता, जो अपनी मां को पुकारता हुआ घर में प्रवेश करता है, वह निर्धन होता हुआ भी अन्नपूर्णा के पास चला आता है। |