रुचिकर Hindi Quotes

  • एक लेखक को अपनी आँखों से लिखना चाहिए और एक चित्रकार को अपने कानों से चित्रकारी करनी चाहिए।
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    एक लेखक को अपनी आँखों से लिखना चाहिए और एक चित्रकार को अपने कानों से चित्रकारी करनी चाहिए।
    ~ Gertrude Stein
  • एक औरत जिसकी मुस्कान खुली हुई है और जिसके भाव खुशनुमा हैं उसमें एक तरह की सुंदरता है फिर चाहे वो जैसे भी कपड़े पहने।
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    एक औरत जिसकी मुस्कान खुली हुई है और जिसके भाव खुशनुमा हैं उसमें एक तरह की सुंदरता है फिर चाहे वो जैसे भी कपड़े पहने।
    ~ Anne Roiphe
  • महिलाएं हाथी की तरह हैं। मैं उनकी तरफ देखना पसंद करता हूँ, लेकिन उन्हें अपनाना नहीं चाहता।
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    महिलाएं हाथी की तरह हैं। मैं उनकी तरफ देखना पसंद करता हूँ, लेकिन उन्हें अपनाना नहीं चाहता।
    ~ W. C. Fields
  • क्यों... जितना औरतों के लियी आदमी रोचक होते हैं उससे कहीं ज्यादा आदमियों के लिए औरतें रोचक होती हैं।
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    क्यों... जितना औरतों के लियी आदमी रोचक होते हैं उससे कहीं ज्यादा आदमियों के लिए औरतें रोचक होती हैं।
    ~ Virginia Woolf
  • टमाटर एक फल है ये जानना ज्ञान है; उसे फ्रूट सलाद में ना डालना बुद्धिमत्ता है।
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    टमाटर एक फल है ये जानना ज्ञान है; उसे फ्रूट सलाद में ना डालना बुद्धिमत्ता है।
    ~ Miles Kington
  • सुंदरता का सबसे अच्छा हिस्सा वो है जिसे कोई तस्वीर व्यक्त नहीं कर सकती।Upload to Facebook
    सुंदरता का सबसे अच्छा हिस्सा वो है जिसे कोई तस्वीर व्यक्त नहीं कर सकती।
    ~ Francis Bacon
  • मैंने फ़रिश्ते को संगमरमर में देखा और तब तक नक्काशी करता रहा जब तक कि मैंने उसे आज़ाद नहीं कर दिया।
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    मैंने फ़रिश्ते को संगमरमर में देखा और तब तक नक्काशी करता रहा जब तक कि मैंने उसे आज़ाद नहीं कर दिया।
    ~ Michelangelo
  • अच्छे प्रण महज लोगों द्वारा काटे हुए ऐसे बैंको के चेक हैं जहाँ उनका खाता नहीं है।
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    अच्छे प्रण महज लोगों द्वारा काटे हुए ऐसे बैंको के चेक हैं जहाँ उनका खाता नहीं है।
    ~ Oscar Wilde
  • अपने गले पे हीरों की बाजाय मैं अपने टेबल पर गुलाबों का होना पसंद करुँगी।
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    अपने गले पे हीरों की बाजाय मैं अपने टेबल पर गुलाबों का होना पसंद करुँगी।
    ~ Emma Goldman
  • अहिंसा मेरे विश्वास की पहली वस्तु है। यह मेरे मत की आखिरी वस्तु भी है।
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    अहिंसा मेरे विश्वास की पहली वस्तु है। यह मेरे मत की आखिरी वस्तु भी है।
    ~ Mahatma Gandhi