आध्यात्मिक Hindi Quotes

  • यदि आप अपने पाँव के अंगूठे को नहीं जानते तो भगवान को कैसे जान पायेंगे?Upload to Facebook
    यदि आप अपने पाँव के अंगूठे को नहीं जानते तो भगवान को कैसे जान पायेंगे?
    ~ B.K.S. Iyengar
  • मैं सबसे अन्धकार भरे दिनों में उम्मीद खोज लेता हूँ, और सबसे अच्छे दिनों पर ध्यान केन्द्रित करता हूँ। मैं ब्रह्माण्ड को आंकता नहीं हूँ।Upload to Facebook
    मैं सबसे अन्धकार भरे दिनों में उम्मीद खोज लेता हूँ, और सबसे अच्छे दिनों पर ध्यान केन्द्रित करता हूँ। मैं ब्रह्माण्ड को आंकता नहीं हूँ।
    ~ Dalai Lama
  • ईश्वर पर प्रश्न उठाना छोड़ो और उस पर भरोसा करना शुरू करो।Upload to Facebook
    ईश्वर पर प्रश्न उठाना छोड़ो और उस पर भरोसा करना शुरू करो।
    ~ Joel Osteen
  • जिस प्रकार जल कमल के पत्ते पर नहीं ठहरता है, उसी प्रकार मुक्त आत्मा के कर्म उससे नहीं चिपकते हैं।Upload to Facebook
    जिस प्रकार जल कमल के पत्ते पर नहीं ठहरता है, उसी प्रकार मुक्त आत्मा के कर्म उससे नहीं चिपकते हैं।
    ~ Chandogya Upanishad
  • जैसे एक शमां बिना अग्नि के नहीं जल सकती, उसी तरह इंसान भी एक आध्यात्मिक जीवन के बिना नहीं जी सकता।Upload to Facebook
    जैसे एक शमां बिना अग्नि के नहीं जल सकती, उसी तरह इंसान भी एक आध्यात्मिक जीवन के बिना नहीं जी सकता।
    ~ Lord Gautama Buddha
  • प्रार्थना ईश्वर को नहीं बदलती, लेकिन यह उसे बदल देती है जो प्रार्थना करता है।Upload to Facebook
    प्रार्थना ईश्वर को नहीं बदलती, लेकिन यह उसे बदल देती है जो प्रार्थना करता है।
    ~ Soren Kierkegaard
  • लगातार पवित्र विचार करते रहे बुरे संस्कारो को दबाने के लिए एक मात्र समाधान यही है।Upload to Facebook
    लगातार पवित्र विचार करते रहे बुरे संस्कारो को दबाने के लिए एक मात्र समाधान यही है।
    ~ Swami Vivekananda
  • कर्म योग वास्तव में एक सर्वोच्च रहस्य है।
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    कर्म योग वास्तव में एक सर्वोच्च रहस्य है।
    ~ Bhagavad Gita
  • ईश्वर ने हमें जीवन का उपहार दिया है, ये हम पर निर्भर है कि हम स्वयं को अच्छी तरह जीने का तोहफा दें।
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    ईश्वर ने हमें जीवन का उपहार दिया है, ये हम पर निर्भर है कि हम स्वयं को अच्छी तरह जीने का तोहफा दें।
    ~ Voltaire
  • जो श्रद्धा धर्म के लिए है वही विश्वास मानवीय संबंधों के लिए है। ये शुरूआती बिंदु है, ऐसी नींव जिस पर और अधिक निर्माण किया जा सकता है। जहाँ विश्वास है, वहाँ प्रेम फल-फूल सकता है।
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    जो श्रद्धा धर्म के लिए है वही विश्वास मानवीय संबंधों के लिए है। ये शुरूआती बिंदु है, ऐसी नींव जिस पर और अधिक निर्माण किया जा सकता है। जहाँ विश्वास है, वहाँ प्रेम फल-फूल सकता है।
    ~ Barbara Smith