धन Hindi Quotes

  • व्यापार, इस आसानी से परिभाषित किया जा सकता है, कि यह दूसरों का पैसा है।Upload to Facebook
    व्यापार, इस आसानी से परिभाषित किया जा सकता है, कि यह दूसरों का पैसा है।
    ~ Peter Drucker
  • ​​धन अच्छा सेवक है, परन्तु ख़राब स्वामी भी है।Upload to Facebook
    ​​धन अच्छा सेवक है, परन्तु ख़राब स्वामी भी है।
    ~ Author Unknown
  • ​एक बार सिकंदर से पूछा गया कि तुम धन क्यों एकत्र नहीं करते? उसका जवाब था कि इस डर से कि उसका रक्षक बनकर कहीं भ्रष्ट न हो जाऊं।Upload to Facebook
    ​एक बार सिकंदर से पूछा गया कि तुम धन क्यों एकत्र नहीं करते? उसका जवाब था कि इस डर से कि उसका रक्षक बनकर कहीं भ्रष्ट न हो जाऊं।
    ~ Author Unknown
  • ​ये ​दौलत की ​​देन है-अहंकार, दिखावा, आडंबर, अभिमान, निर्दयता।Upload to Facebook
    ​ये ​दौलत की ​​देन है-अहंकार, दिखावा, आडंबर, अभिमान, निर्दयता।
    ~ Mark Twain
  • ​धन अपना पराया नही देखता।Upload to Facebook
    ​धन अपना पराया नही देखता।
    ~ Author Unknown
  • अपने पैसों को दौगुना करने का सबसे आसान रास्ता है कि इसे फोल्ड करो और जेब में रख लो।Upload to Facebook
    अपने पैसों को दौगुना करने का सबसे आसान रास्ता है कि इसे फोल्ड करो और जेब में रख लो।
    ~ Frank Hubbard
  • सम्पत्ति उस व्यक्ति की होती है जो इसका आनन्द लेता है न कि उस व्यक्ति
को जो इसे अपने पास रखता है।Upload to Facebook
    सम्पत्ति उस व्यक्ति की होती है जो इसका आनन्द लेता है न कि उस व्यक्ति को जो इसे अपने पास रखता है।
    ~ Afghani Proverb
  • ​ज़्यादा पैसा कमाने की इच्छा से ग्रसित मनुष्य झूठ, कपट, बेईमानी, धोखेबाज़ी, विश्वाघात आदि का सहारा लेकर परिणाम में दुःख ही प्राप्त करता है।Upload to Facebook
    ​ज़्यादा पैसा कमाने की इच्छा से ग्रसित मनुष्य झूठ, कपट, बेईमानी, धोखेबाज़ी, विश्वाघात आदि का सहारा लेकर परिणाम में दुःख ही प्राप्त करता है।
    ~ Author Unknown
  • सेवा के लिये पैसे की जरूरत नहीं होती जरूरत है अपना संकुचित जीवन छोड़ने की, गरीबों से एकरूप होने की।Upload to Facebook
    सेवा के लिये पैसे की जरूरत नहीं होती जरूरत है अपना संकुचित जीवन छोड़ने की, गरीबों से एकरूप होने की।
    ~ Vinoba Bhave
  • अगर औरतें नहीं होती तो इस दुनिया की सारी दौलत बेमानी होती।Upload to Facebook
    अगर औरतें नहीं होती तो इस दुनिया की सारी दौलत बेमानी होती।
    ~ Aristotle